tujhe dill yaad karata hai, main tera naam gunagunata hoon तुझे दिल याद करता है, मैं तेरा नाम गुनगुनाता हूँ। तू विरह अग्नि भड़काता है, मैं विकारों को जलाता हूँ॥ तुझे सब ढूंढ़ते फिरते हैं, मंदिर तीरथ और वनों में। तू मन मन्दिर में रहता है, मैं हर पल साथ पाता हूँ। तुझे दिल...

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